किस बीमारी के लिए कौन सी जाँच की आवश्यकता होती है।
अक्सर आपलोगों ने देखा होगा। जब आप किसी डॉक्टर के पास इलाज कराने जाते है तो वो आपको कई सारी जाँच लिखकर देते है और जाँच करवाने की सलाह देते है। परंतु कई टेस्ट समझ नहीं आता है कि इससे क्या होगा ? तो आइए आज जानते है किस समस्या के लिए कौन-सा टेस्ट होता है :
निम्नलिखित में कुछ सामान्य रोग/समस्या में होने वाली जाँच के नाम दी गई है।
● एनीमिया तथा संक्रमण के लिए :
🔬 कम्पलीट हीमोग्राम
● डायबिटीजः
🔬 फास्टिंग ब्लड टेस्ट , ग्लाइकोसिलेटेड हीमोग्लोबिन , यूरिन टेस्ट
● गुर्दे से संबंधितः
🔬 कमलीट रेनल फंक्शन टेस्ट
● लिवर :
🔬 कम्प्लीट लिवर फंक्शन टेस्ट
● हृदय से संबंधित :
🔬 कम्प्लीट लिपिड प्रोफाइल , ईसीजी , टीएमटी
● हड्डी व मांसपेशी :
🔬 बोन मिनरल डेन्सिटी टेस्ट , कैल्शियम , विटामिन डी , विटामिन बी12
● थाइरॉएड :
🔬 टी3 , टीआर अल्ट्रासोनिक , टी4 , टीएसएच
● पीसीओएस :
🔬 एफएसएच एलएच , टेस्टास्टेरोन , एस्ट्रोजन , एएमएच , लिपिड प्रोफाइल
● फेफड़े व सांस की समस्या :
🔬 पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट ( पीएफटी ) , चेस्ट एक्स - रे
● पेट के रोग :
🔬 अल्ट्रासाउंड होल ऐब्डॉमिन,लोवर एब्डोमेन या उपर एब्डोमेन
● महिलाओं के विशेष टेस्ट :
🔬 मेमोग्राफी , पेप स्मीयर
अब तो आप सभी को पता चल ही गया होगा कि कौंन सी जाँच किस रोग के लिए है।
ध्यान दें : 35 वर्ष से ऊपर के पुरुष और 40 से ऊपर की महिलाओं को साल में एक बार प्रीवेंटिव हेल्थ चेकअप अवश्य कराना चाहिए । परिवार में किसी को हृदयरोग , डायबिटीज या कोई आनुवंशिक समस्या है तो नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराएं ।
हम आपसे फिर मिलेंगे किसी और पोस्ट पर।
!!!अलविदा!!!
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